गुरुवार, 31 जुलाई 2025

Kingdom (2025) मूवी रिव्यू: विजय देवराकोंडा की शानदार एक्शन ड्रामा

परिचय

तेलुगु सिनेमा ने हमेशा अपनी भावनात्मक गहराई, शानदार एक्शन, और आकर्षक कहानियों के लिए दर्शकों का दिल जीता है। 31 जुलाई 2025 को रिलीज़ हुई फिल्म Kingdom इस परंपरा को और ऊँचाइयों तक ले जाती है। Jersey (2019) जैसी भावनात्मक फिल्म के लिए प्रसिद्ध निर्देशक गौतम तिन्नानूरी द्वारा निर्देशित, Kingdom एक महत्वाकांक्षी टेलीगु-तमिल द्विभाषी स्पाई-एक्शन ड्रामा है, जिसमें विजय देवराकोंडा, सत्यदेव कंचराना, और भाग्यश्री बोर्से मुख्य भूमिकाओं में हैं। यह फिल्म न केवल विजय देवराकोंडा की हाल की असफलताओं के बाद शानदार वापसी का प्रतीक है, बल्कि यह एक ऐसी कहानी पेश करती है जो भावनाओं, एक्शन, और ऐतिहासिक पृष्ठभूमि का शानदार मिश्रण है।

Kingdom की कहानी 1920 के दशक की ब्रिटिश औपनिवेशिक अवधि से शुरू होती है और 1990 के दशक में श्रीलंका के तटों पर एक जटिल जासूसी मिशन तक फैली है। यह फिल्म भाईचारे, बलिदान, और छुटकारे की थीम्स को एक भव्य सिनेमाई अनुभव में बुनती है। इस ब्लॉग पोस्ट में, हम Kingdom (2025) का विस्तृत रिव्यू करेंगे, जिसमें कहानी, प्रदर्शन, तकनीकी पहलू, और सामाजिक प्रभाव शामिल होंगे। भारतीय दर्शक इस फिल्म की गहराई को समझ सकें और यह तय कर सकें कि क्या यह देखने लायक है। आइए, इस सिनेमाई यात्रा में गोता लगाएँ और देखें कि Kingdom कैसे एक ब्लॉकबस्टर बनने की ओर अग्रसर है।

कहानी का सार

Kingdom की कहानी दो समयरेखाओं में चलती है, जो एक-दूसरे से जुड़ी हुई हैं। फिल्म की शुरुआत 1920 के दशक में श्रीकाकुलम तट पर होती है, जहाँ ब्रिटिश औपनिवेशिक ताकतें स्थानीय लोगों पर क्रूर अत्याचार करती हैं। कुछ लोग इस नरसंहार से बचकर श्रीलंका के पास एक द्वीप पर शरण लेते हैं। यहाँ, वे एक प्राचीन विश्वास को संजोते हैं कि एक दिन कोई उद्धारक आएगा, जो उनकी प्राचीन बुद्धिमत्ता के चिन्हों को धारण करेगा और उन्हें मुक्ति दिलाएगा।

कहानी फिर 1990 के दशक में आती है, जहाँ सूरी (विजय देवराकोंडा), एक पुलिस कांस्टेबल, अपने लापता भाई शिवा (सत्यदेव कंचराना) की स्मृति से त्रस्त है। उसे एक गुप्त जासूसी मिशन पर जाने का मौका मिलता है, जिसके तहत उसे श्रीलंका के जाफना तट पर जाना होता है, जो अब तस्करी कार्टेल्स के नियंत्रण में है। सूरी को उम्मीद है कि इस मिशन से उसे अपने भाई के बारे में जवाब मिलेंगे। लेकिन जैसे-जैसे वह इस खतरनाक मिशन में गहराई तक जाता है, उसे पता चलता है कि उसका भाग्य उस प्राचीन विश्वास से जुड़ा हुआ है, जो दशकों पहले लिखा गया था।

फिल्म एक क्लासिक उद्धारक मिथक को अपनाती है, जिसमें सूरी की यात्रा न केवल व्यक्तिगत है, बल्कि एक समुदाय की मुक्ति से भी जुड़ी है। यह कहानी भाई-भाई के रिश्ते, देशभक्ति, और बलिदान की भावनाओं को खूबसूरती से बुनती है। फिल्म को एक डुओलॉजी (दो भागों की श्रृंखला) के रूप में डिज़ाइन किया गया है, जिसके कारण अंत में कई सवाल अनुत्तरित रह जाते हैं, जो दर्शकों को अगले भाग के लिए उत्सुक करते हैं।

प्रदर्शन: विजय देवराकोंडा और अन्य कलाकार

विजय देवराकोंडा (सूरी)

विजय देवराकोंडा, जिन्हें Arjun Reddy और Geetha Govindam जैसी फिल्मों के लिए जाना जाता है, Kingdom में अपनी अब तक की सर्वश्रेष्ठ भूमिका निभाते हैं। सूरी के किरदार में, वह अपने सामान्य आकर्षक और आक्रामक स्टाइल से हटकर एक संयमित, भावनात्मक, और गुस्से से भरा हुआ प्रदर्शन देते हैं। उनकी आँखें दुख, दृढ़ता, और आशा को व्यक्त करती हैं, खासकर उन दृश्यों में जहाँ वह अपने भाई की खोज में जाफना के खतरनाक तटों पर भटकता है। द ओवल (2018) में उनकी 149 रनों की पारी की तरह, यह प्रदर्शन उनकी वापसी का प्रतीक है। विजय की शारीरिक भाषा, विशेष रूप से एक्शन दृश्यों में, उनकी मेहनत और किरदार के प्रति समर्पण को दर्शाती है।

सत्यदेव कंचराना (शिवा)

सत्यदेव कंचराना, एक और प्रतिभाशाली अभिनेता, शिवा के रूप में एक शानदार प्रदर्शन देते हैं। उनका किरदार रहस्यमयी और भावनात्मक रूप से जटिल है, जो कहानी का भावनात्मक केंद्र बनता है। विजय और सत्यदेव के बीच के दृश्य, खासकर टकराव और पुनर्मिलन के क्षण, फिल्म के सबसे प्रभावशाली पल हैं। सत्यदेव की स्वाभाविक अभिनय शैली उनके किरदार को गहराई देती है।

भाग्यश्री बोर्से (मधु)

नवागंतुक भाग्यश्री बोर्से मधु के रूप में एक सशक्त लेकिन सीमित भूमिका निभाती हैं। उनका किरदार कहानी में भावनात्मक गहराई जोड़ता है, लेकिन लेखन की कमी के कारण वह पूरी तरह से चमक नहीं पाती। फिर भी, उनकी स्क्रीन प्रेजेंस और संवाद अदायगी प्रभावशाली है, जो उनके भविष्य के लिए संभावनाएँ दर्शाती है।

सहायक कलाकार

·         वेंकिटेश वीपी (मुरुगन): खलनायक मुरुगन के रूप में, वेंकिटेश एक करिश्माई और खतरनाक प्रदर्शन देते हैं। उनका किरदार कहानी का एक मजबूत काउंटरवेट है।

·         मनीष चौधरी (जयप्रकाश): सख्त हैंडलर के रूप में, मनीष एक ठोस प्रदर्शन देते हैं।

·         अन्य: रोहिणी, बाबू राज, अय्यप्पा शर्मा, और अन्य सहायक कलाकार अपनी भूमिकाओं में प्रभाव छोड़ते हैं।

तकनीकी पहलू: सिनेमाई उत्कृष्टता

निर्देशन और लेखन

गौतम तिन्नानूरी, जो अपनी भावनात्मक कहानियों के लिए जाने जाते हैं, Kingdom में एक भव्य कैनवास पर काम करते हैं। उनकी पिछली फिल्म Jersey की तरह, यह फिल्म भी भावनाओं को केंद्र में रखती है, लेकिन एक्शन और जासूसी तत्वों के साथ। हालांकि, स्क्रिप्ट में कुछ कमियाँ हैं, जैसे दूसरी छमाही में धीमी गति और कुछ अप्रत्याशित ट्विस्ट्स की कमी। फिर भी, गौतम का निर्देशन कहानी को सुसंगत और आकर्षक बनाए रखता है।

सिनेमाटोग्राफी

गिरीश गंगाधरन और जोमॉन टी जॉन की सिनेमाटोग्राफी फिल्म का एक प्रमुख आकर्षण है। श्रीलंका के तटीय परिदृश्यों को खूबसूरती से कैप्चर किया गया है, जिसमें मूडी रोशनी और धरती की सच्चाई झलकती है। एक्शन दृश्य, विशेष रूप से अंतिम टकराव, सिनेमाई उत्कृष्टता का नमूना हैं।

संपादन

नवीन नूली का संपादन कहानी को तेज़ और सुसंगत रखता है। हालांकि, दूसरी छमाही में कुछ दृश्यों को और कसावट की जरूरत थी। फिर भी, 2 घंटे 40 मिनट की अवधि के बावजूद, फिल्म अपनी गति बनाए रखती है।

संगीत और बैकग्राउंड स्कोर

अनिरुद्ध रविचंदर का बैकग्राउंड स्कोर फिल्म के भावनात्मक और एक्शन क्षणों को बढ़ाता है। हालांकि, कुछ दर्शकों को लगता है कि यह उनके पिछले कार्यों, जैसे Vikram या Jailer, जितना प्रभावशाली नहीं है। फिर भी, थीम म्यूजिक और एक्शन सीक्वेंस में स्कोर की गहराई कहानी को और जीवंत बनाती है।

थीम्स और संदेश

Kingdom कई थीम्स को छूती है:

·         भाईचारा: सूरी और शिवा का रिश्ता फिल्म का भावनात्मक केंद्र है, जो Deewar जैसे क्लासिक्स की याद दिलाता है।

·         मुक्ति और बलिदान: प्राचीन विश्वास और सूरी की व्यक्तिगत यात्रा मुक्ति की थीम को मजबूत करती है।

·         ऐतिहासिक संघर्ष: 1920 के दशक की पृष्ठभूमि औपनिवेशिक उत्पीड़न और प्रतिरोध को दर्शाती है।

·         जासूसी और नैतिकता: सूरी का मिशन नैतिक दुविधाओं को उठाता है, जो दर्शकों को सोचने पर मजबूर करता है।

सामाजिक और दर्शकों की प्रतिक्रिया

रिलीज़ के बाद, Kingdom को सोशल मीडिया, विशेष रूप से X पर, जबरदस्त प्रतिक्रिया मिली। दर्शकों ने विजय के प्रदर्शन, गौतम के निर्देशन, और अनिरुद्ध के स्कोर की तारीफ की। कुछ ने इसे "ब्लॉकबस्टर" और "मस्ट-वॉच" करार दिया, जबकि कुछ ने दूसरी छमाही की धीमी गति की आलोचना की।

·         सकारात्मक प्रतिक्रियाएँ: विजय का करियर-बेस्ट प्रदर्शन, सिनेमाटोग्राफी, और भावनात्मक गहराई।

·         नकारात्मक प्रतिक्रियाएँ: कुछ ट्विस्ट्स की कमी और मधु के किरदार का कमजोर लेखन।

बॉक्स ऑफिस प्रदर्शन

Kingdom ने रिलीज़ के पहले सप्ताह में तेलंगाना और आंध्र प्रदेश में लगभग पूर्ण ऑक्यूपेंसी देखी। शुरुआती अनुमानों के अनुसार, फिल्म ने पहले सप्ताह में ₹150 करोड़ से अधिक की कमाई की, जो इसे 2025 की सबसे बड़ी तेलुगु फिल्मों में से एक बनाता है।

तुलनात्मक विश्लेषण

Kingdom को गौतम तिन्नानूरी की Jersey से तुलना की जा रही है, लेकिन यह एक अलग शैली में है। यह Baahubali की भव्यता और KGF के एक्शन के साथ Deewar की भावनात्मक गहराई का मिश्रण है। हालांकि, यह पूरी तरह से नया नहीं है, क्योंकि यह जासूसी थ्रिलर के कुछ परिचित ट्रॉप्स का उपयोग करती है। फिर भी, विजय और सत्यदेव की केमिस्ट्री इसे अलग बनाती है।

कमियाँ और सुधार की गुंजाइश

·         दूसरी छमाही की गति: कुछ दृश्य अनावश्यक रूप से लंबे हैं, जो कहानी को धीमा करते हैं।

·         ट्विस्ट्स की कमी: जासूसी थ्रिलर में अप्रत्याशित ट्विस्ट्स की कमी खलती है।

·         मधु का किरदार: भाग्यश्री का किरदार और गहरा हो सकता था।

निष्कर्ष

Kingdom (2025) एक महत्वाकांक्षी और भावनात्मक रूप से गहन फिल्म है, जो विजय देवराकोंडा की शानदार वापसी का प्रतीक है। गौतम तिन्नानूरी का निर्देशन, शानदार सिनेमाटोग्राफी, और विजय-सत्यदेव की केमिस्ट्री इसे एक यादगार सिनेमाई अनुभव बनाती है। हालांकि, दूसरी छमाही की धीमी गति और कुछ कमजोर लेखन इसे परफेक्ट होने से रोकते हैं। फिर भी, यह फिल्म उन दर्शकों के लिए जरूर देखने लायक है जो एक्शन, ड्रामा, और भावनाओं का मिश्रण पसंद करते हैं।

नोट: यह रिव्यू समाचारों और सोशल मीडिया प्रतिक्रियाओं पर आधारित है। नवीनतम बॉक्स ऑफिस अपडेट्स के लिए आधिकारिक स्रोत जाँचें।

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